चलता चल रहबर सड़क है अभी तक
तेरे ऊपर भी फ़लक है अभी तक
रौंदो मत, हमको उठा लो ज़मी से
सूखे फूलों में महक है अभी तक
अपने ज़ख़्मों को खुला तुम न रखना
सबके हाथों में नमक है अभी तक
आओ मिल-जुलकर जला दें महल सब
भूखे पेटों में दहक है अभी तक
मन के पंछी तो उड़ेंगे गगन में
दुनिया में कितनी चमक है अभी तक
कैसे कह दें लब , ज़िगर का फ़साना
शबनम के आगे झिझक है अभी तक
कल ही तो हम-तुम, मिले थे सफ़र में
फिर भी जाने क्यों कसक है अभी तक
मायने: रहबर-नेतृत्व करने वाला/मार्गदर्शक , फ़लक-आसमान, कसक-टीस
तेरे ऊपर भी फ़लक है अभी तक
रौंदो मत, हमको उठा लो ज़मी से
सूखे फूलों में महक है अभी तक
अपने ज़ख़्मों को खुला तुम न रखना
सबके हाथों में नमक है अभी तक
आओ मिल-जुलकर जला दें महल सब
भूखे पेटों में दहक है अभी तक
मन के पंछी तो उड़ेंगे गगन में
दुनिया में कितनी चमक है अभी तक
कैसे कह दें लब , ज़िगर का फ़साना
शबनम के आगे झिझक है अभी तक
कल ही तो हम-तुम, मिले थे सफ़र में
फिर भी जाने क्यों कसक है अभी तक
मायने: रहबर-नेतृत्व करने वाला/मार्गदर्शक , फ़लक-आसमान, कसक-टीस
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